सुमन गिल का क्रिकेट करियर कैसे शुरू हुआ
शुभमन गिल का क्रिकेट करियर उनके बचपन से ही प्रारंभ हुआ। पंजाब के फाजिल्का जिले में जन्मे गिल ने अपने पिता लखविंदर सिंह के मार्गदर्शन में क्रिकेट की बुनियादी शिक्षा प्राप्त की
। उनके पिता ने अपने खेत में एक पिच तैयार की, जहां शुभमन ने शुरुआती अभ्यास किया।
बाद में, उनकी प्रतिभा को और निखारने के लिए, उनके पिता उन्हें मोहाली ले गए, जहां उन्होंने पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन आईएस बिंद्रा स्टेडियम के पास एक मकान किराए पर लिया और शुभमन को पास की एक क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलाया।
शुभमन ने अपनी मेहनत और कौशल के बल पर पंजाब की अंडर-16 टीम में जगह बनाई और विजय मर्चेंट ट्रॉफी में अपने अंडर-19 डेब्यू पर नाबाद दोहरा शतक लगाया।
2014 में, पंजाब के अंतर-जिला अंडर-16 टूर्नामेंट में उन्होंने 351 रन बनाए और निर्मल सिंह के साथ 587 रन की रिकॉर्ड ओपनिंग साझेदारी की। इन उपलब्धियों के बाद, वे पंजाब की अंडर-19 टीम में भी चुने गए, जहां उन्हें हरभजन सिंह जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से सीखने का अवसर मिला।
शुभमन गिल ने 25 फरवरी 2017 को विजय हजारे ट्रॉफी में विदर्भ के खिलाफ पंजाब के लिए लिस्ट ए क्रिकेट में पदार्पण किया।
इसके बाद, 2017-18 रणजी ट्रॉफी में 27 नवंबर 2017 को बंगाल के खिलाफ पंजाब के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया, जहां उन्होंने 63 रन की शानदार पारी खेली।
उनके लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते, उन्हें 2018 आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का उप-कप्तान बनाया गया, जहां उन्होंने 5 मैचों में 124 के औसत से 372 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए।
शुभमन गिल की इस प्रेरणादायक यात्रा को और गहराई से समझने के लिए, आप निम्नलिखित वीडियो देख सकते हैं:
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